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दिल्ली गैंगरेप की भेंट चढ़ी युवती को घटना का बराबर का दोषी बताने वाले बयान को वापस लेने या माफी मांगने की बजाय संत आसाराम बापू ने अब अपने आलोचकों पर निशाना साधा है। उन्होंने इस मुद्दे पर उनकी आलोचना करने वालों को भौंकने वाला कुत्ता कहा है। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी तुलना हाथी से करते हुए कहा है कि कि वह भौंकने वाले कुत्तों पर प्रतिक्रिया नहीं देंगे।
हालांकि बाद में अपने स्वर नरम करते हुए आसाराम ने कहा कि अगर आप मेरे सत्संग में 15 मिनट के लिए भी बैठते हैं और कोई परिवर्तन महसूस नहीं करते तो निश्चित तौर पर मैं माफी मांग लूंगा। जब मैं किसी जिंदा व्यक्ति के बारे में बुरा नहीं सोच सकता तो उसके बारे में कैसे सोच सकता हूं जो अब इस दुनिया में नहीं है। यहां मंगलवार को अपने अनुयायियों को संबोधित करते हुए आसाराम ने कहा कि एक कुत्ता भौंकता है तो उसे देखकर और कुत्ते भौंकने लगते हैं। कुत्तों का भौंकना लगातार जारी रहता है। लेकिन मूल बात यह है कि इससे हाथी का क्या नुकसान होता है। अगर हाथी उनके पीछे भागेगा तो कुत्तों का महत्व बढ़ जाएगा और हाथी का घट जाएगा।
उन्होंने कहा, मैंने क्या गलत कहा। एक व्यक्ति ने मुझसे कहा कि उसकी पत्नी उसके साथ झगड़ती है। इस पर मैंने कहा कि झगड़ा एक तरफ से नहीं होता। इस टिप्पणी को दूसरी टिप्पणी से जोड़ दिया गया। अब लोग जैसे चाहें अनुमान लगाएं। मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए आसाराम ने कहा कि पीड़िता पर दिए गए उनके बयान को आलोचकों और मीडिया ने तोड़-मरोड़कर पेश किया। अगर उनकी टिप्पणी को सही संदर्भ में लिया जाता तो लोग उसका सम्मान करते।
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पाक की नापाक हरकत, दो जवानों के सिर काटे
भारत-पाक के बीच कथित दोस्ती की क्रिकेट सीरीज खत्म होने के 48 घंटे के अंदर पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा और बर्बरता की हद लांघते हुए दो भारतीय जवानों को मारकर उनके सिर काट लिए। एक भारतीय सैनिक का सिरविहीन शव बरामद कर लिया गया है। पाकिस्तानी सेना ने इस रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात को जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में मंगलवार दोपहर अंजाम दिया। इस दुस्साहसिक घटना में सेना के दो जवान घायल भी हुए हैं। मारे गए जवानों के नाम लांस नायक हेमराज और सुधाकर सिंह है। पाकिस्तानी सेना की इस हरकत ने कारगिल संघर्ष के दौरान मारे गए कैप्टन सौरभ कालिया की याद दिला दी है, जिनके शरीर को बुरी तरह क्षतिग्रस्त किया गया था।
भारत ने पाकिस्तानी सेना की हरकत पर उसे आगाह किया है। सेना मुख्यालय के अनुसार, मंगलवार को पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय हद में घुसपैठ की। मेंढर सेक्टर में घने कोहरे और जंगल का फायदा उठाकर भारतीय चौकी की ओर बढ़ रहे पाक सैनिकों को जब सेना की गश्ती टुकड़ी ने चुनौती दी तो गोलीबारी शुरू हो गई। साढ़े ग्यारह बजे शुरू हुई मुठभेड़ आधे घंटे तक चली, जिसमें दो लांस नायक शहीद हो गए। इस घटना के बाद नियंत्रण रेखा पर तनाव के चलते देर शाम पाकिस्तान सेना ने क्षेत्र के कृष्णाघाटी, बलनोई, मनकोट सेक्टर की आठ पोस्टों पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी। देर रात तक पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी जारी थी।
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कांस्टेबल की मौत के मामले में खुली दिल्ली पुलिस की पोल
दिल्ली पुलिस कांस्टेबल सुभाष चंद तोमर की मौत की जांच कर रही क्राइम ब्रांच दो सप्ताह बाद भी इंडिया गेट पर उस स्थल का पता नहीं लगा पाई है जहां पर पुलिस आयुक्त नीरज कुमार ने प्रदर्शनकारियों द्वारा कांस्टेबल पर हमला करने की बात कही थी। हैरानी की बात यह भी है कि अभी तक क्राइम ब्रांच को सुभाष तोमर का कोई साथी पुलिसकर्मी नहीं मिला है, जिसने उन पर हमला होता देखा हो।
जबकि प्रदर्शन में शामिल योगेंद्र व पाओलिन नामक युवती ने सुभाष की मौत के अगले ही दिन मीडिया के सामने आकर बताया था कि उन्होंने सुभाष तोमर को खुद सड़क पर गिरते देखा था। क्राइम ब्रांच उपायुक्त एसबीएस त्यागी की मानें तो सिपाही पर हमले का स्थान चिन्हित हो जाता तो जांच में आसानी होती। हम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं। अस्सी हजार पुलिस बल में से अभी तक सुभाष पर हुए हमले का कोई चश्मदीद सामने न आने के सवाल पर श्री त्यागी ने कहा कि आंसू गैस चल रही थी। पत्थरबाजी हो रही थी। पुलिसकर्मी हेलमेट व जैकेट पहने थे। प्रदर्शनकारियों व पुलिस में कई स्थानों पर झड़प हुई थीं।
विभिन्न जिलों व यूनिटों के पुलिसकर्मी कानून व्यवस्था बनाए रखने की ड्यूटी पर थे। ऐसे में एकाएक यह कह पाना किसी के लिए भी जल्दबाजी होगी कि जिस स्थान पर उसने झड़प होते देखा उसमें सुभाष तोमर ही भीड़ के बीच फंसा था। वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म मामले में 23 दिसंबर को इंडिया गेट पर प्रदर्शन के दौरान लोगों पर आंसू गैस व लाठीचार्ज के प्रयोग के दौरान मची भगदड़ में सुभाष तोमर बेहोश पाए गए थे।
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