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यूपीए सरकार में लगातार सामने आ रहे घोटाले उसके लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। विपक्ष इस सरकार को घोटालों की सरकार की संज्ञा तक दे चुका है। विपक्ष का कहना है कि इस सरकार में इतने घोटाले हुए हैं कि इससे देश की साख को भी बट्टा लगा है। टूजी घोटाला हो या सीडब्ल्यूजी घोटाला या फिर कोयला घोटाला, सभी का आंकड़ा लाख करोड तक पहुंच जाता है। विपक्ष का आरोप है कि संप्रग सरकार के यदि सभी घोटालों को मिला लिया जाए किसी संपन्न देश के सालाना बजट से ज्यादा के तो यहां घोटाले ही हुए हैं।
3,546 करोड़ रुपये के हेलीकॉप्टर सौदे में भी दलाली का मामला उजागर होने के बाद संप्रग सरकार को घोटालों की सरकार कहा जा रहा है। संप्रग सरकार अपने पहले कार्यकाल में अपेक्षाकृत घपलों-घोटालों से बची रही थी। हालांकि दूसरी पारी शुरू करने के पहले उस पर वोट के बदले नोट घोटाला चस्पा हो चुका था। उसके दूसरे कार्यकाल में कई एक ऐसे घोटाले भी सामने आए जो वस्तुत: पहले कार्यकाल के थे।
2जी घोटाला संप्रग सरकार के पहले कार्यकाल में ही हुआ था, लेकिन वह सामने आया दूसरे कार्यकाल में। अब तो इस घोटाले की जांच में भी घोटाला नजर आने लगा है। माना जा रहा है कि इस सरकार का कार्यकाल खत्म होते होते कुछ और घोटाले सामने आएंगे। किसानों की कर्ज माफी योजना में घोटाला तो नजर भी आने लगा है।
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कसाब, अफजल के बाद वीरप्पन के साथियों को होगी फांसी!
मुंबई हमले में शामिल रहे अजमल कसाब और संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के बाद अब कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन के चार साथियों का नंबर लग गया है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इन चारों की दया याचिका खारिज कर दी है।
मानवाधिकार संगठन पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज, तमिलनाडु के महासचिव बालमुरुगन ने बुधवार को बताया कि इनके परिवारों को बेलगाम जेल के अधिकारियों ने दया याचिका खारिज होने की सूचना दी है। चारों फिलहाल बेलगाम जेल में ही बंद हैं। इनकी दया याचिका का निपटारा अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के कुछ ही बाद किया गया। 1993 में लैंडमाइन विस्फोट मामले में गनानाप्रकाश, सिमोन, मीसाई मदैन और पिलावेंद्रन को सुप्रीम कोर्ट ने 2004 में फांसी की सजा सुनाई थी। कर्नाटक के पालर इलाके हुए इस विस्फोट में 22 लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले मैसूर में टाडा अदालत ने इन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। लेकिन सरकार ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। बता दें कि अक्टूबर 2004 में वीरप्पन को स्पेशल टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया था।
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अफजल पर बवाल, पीएम ने पूछे शिंदे से सवाल
संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी देने से पहले उसके परिवार वालों को सूचना नहीं दे पाने से खुद प्रधानमंत्री भी नाखुश हैं। इसको लेकर सरकार की कई संगठन आलोचना कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अफजल के परिवार वालों को सूचित करने में देरी के मुद्दे को लेकर गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से नाराजगी जताई है।
जिस गोपनीय ढंग से उसे फांसी दी गई और उसे पुनर्विचार याचिका दायर करने के अधिकार से वंचित किया गया उस पर बुधवार को वामदलों ने भी सवाल उठाया। सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने शिंदे को कहा है कि तिहाड़ जेल में शनिवार को अफजल को फांसी देने से पहले उसके परिवार वालों को सूचित किया जाना चाहिए था। राष्ट्रपति भवन में मंगलवार को राज्यपालों के सम्मेलन में मुलाकात के दौरान मनमोहन ने शिंदे से नाराजगी जताई। उन्होंने शिंदे से कहा, आतंक पर सख्ती पूरी तरह ठीक है लेकिन गुरु के परिवार को सूचना देने में जिस तरह विलंब हुआ उस तरह देश नहीं चलता। सरकार ने स्पीड पोस्ट के जरिए गत शुक्रवार को कश्मीर के सोपोर में रह रहे गुरु के परिवार को उसे फांसी दिए जाने की सूचना दी थी। वह पत्र फांसी दे दिए जाने के 51 घंटे बाद सोमवार को उसके परिवार को मिला।
प्रधानमंत्री ने पत्र के जरिए उसके परिवार को सूचित करने को अपवाद माना। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस युग में पत्र के जरिए अफजल के परिवार को सूचित करने की कटु आलोचना की है। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने भी आलोचना करते हुए कहा कि दया याचिका खारिज करने की जानकारी अफजल और उसके परिवार को नहीं दी गई। उसे इस मुद्दे पर अदालत जाने का समय भी नहीं दिया गया। उसके परिवार वालों को उसके आखिरी समय में उससे मिलने का मौका भी नहीं दिया गया। भाकपा के मुखपत्र में भी इसकी आलोचना की गई है।
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चेतेश्वर पुजारा ने पूजा संग लिए सात फेरे
टीम इंडिया की मध्य क्रम के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा बुधवार को अपनी महिला मित्र पूजा पाबरी के साथ सात फेरे लेकर दाम्पत्य सूत्र में बंध गए। तीन दिन तक चलने वाला विवाह समारोह मंगलवार रात संगीत संध्या के साथ शुरू हुआ। शादी की रस्में बुधवार की शाम को पूरी हुई।
पूजा गुजरात के जामनगर जिले की रहने वाली हैं और मैनेजमेंट में ग्रेजुएट हैं। आज गुरुवार को रिसेप्शन होगा। चेतेश्वर के पिता अरविंद ने बताया कि पूरी भारतीय टीम और बीसीसीआइ अधिकारियों को न्यौता दिया गया है। हालांकि पुजारा के साथियों का रिसेप्शन में पहुंचना मुश्किल है क्योंकि वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज की तैयारियों में जुटे हैं। पुजारा शादी के कारण ही मुंबई के खिलाफ ईरानी ट्रॉफी मैच में नहीं खेले थे। वह बोर्ड अध्यक्ष एकादश की तरफ से भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभ्यास मैच में नहीं खेले। उन्हें अपनी पत्नी के साथ समय बिताने का अधिक समय नहीं मिलेगा क्योंकि वह 15 फरवरी को भारतीय टीम से जुड़ जाएंगे। पुजारा ने अब तक भारत की तरफ से नौ टेस्ट मैच में 58 की औसत से 761 रन बनाए हैं।
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